यूपी बजट 2020 से मेट्रो को लेकर गोरखपुर की उम्‍मीदों को लगे पंख

यूपी बजट 2020 से मेट्रो को लेकर गोरखपुर की उम्‍मीदों को लगे पंख 


गोरखपुर मेट्रो की संशोधित डीपीआर तैयार हो गई है। अब गोरखपुर में तीन बोगियों वाली लाइट मेट्रो चलेगी। निर्माण लागत भी 4800 करोड़ से घटकर 4200 करोड़ हो गई है। जीडीए उपाध्यक्ष ने डीपीआर को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेज दिया है। मंगलवार को पेश बजट में गोरखपुर समेत अन्य शहरों के मेट्रो के लिए 200 करोड़ का प्रावधान होने से योजना को रफ्तार मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुझाव के बाद गोरखपुर में प्रस्तावित मेट्रो रेल के प्रोजेक्ट में बदलाव कर दिया गया है। अब मेट्रो ट्रेन सूबा बाजार की बजाए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक और दूसरे रूट पर कचहरी की बजाय नौसड़ तक चलेगी। गोरखपुर मेट्रो पर अभी तक 4900 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान था वह कम होकर 4200 करोड़ रुपये हो गया। एमएमएमयूटी तक मेट्रो रूट कम करने से ही करीब 100 करोड़ रुपये की लागत कम हो गई है। वहीं नौसड़ नौसड़ बस अड्डे तक रूट के विस्तार के लिए राप्ती नदी पर फ्लाइओवर बनाना पड़ेगा। इस पर 80 करोड़ रुपये का खर्च बताया जा रहा है।


2041 तक के लिए प्रस्तावित है मेट्रो
गोरखपुर मेट्रो रेल वर्ष 2041 तक के लिए प्रस्तावित की गई है। तब शहर की जनसंख्या वर्तमान 14 लाख से बढ़कर 23 लाख के आसपास होगी। मेट्रो लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम (एलआरटीएम) पर कार्य करेगी। इसमें तीन बोगियां होंगी। वहीं महेसरा और मुगलहा में डिपो बनने की संभावना है।


बजट में हुआ 200 करोड़ रुपये का प्रावधान
मंगलवार को प्रस्तुत उत्तर प्रदेश के बजट में गोरखपुर समेत अन्य शहरों के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसमें से 50 करोड़ रुपये से अधिक हिस्सा गोरखपुर मेट्रो को मिलने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि राइट्स द्वारा डीपीआर बनाई गई है। डीपीआर समेत प्राथमिक कार्यों पर यह रकम खर्च की जाएगी। 


मेट्रो रूट एक
श्याम नगर, बरगदवां, शास्त्री नगर, नथमलपुर, गोरखनाथ मंदिर, हजारीपुर, धर्मशाला, गोरखपुर रेलवे स्टेशन, गोरखपुर यूनिवर्सिटी, मोहद्दीपुर, रामगढ़ताल, एम्स, मालवीय नगर, एमएमएमयूटी


मेट्रो रूट दो
गुलरिहा, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, मुगलहां, खजांची बाजार, बशारतपुर, अशोक नगर, विष्णु नगर, असुरन चौक, धर्मशाला, गोलघर, कचहरी चौराहा, नौसढ़


संशोधित डीपीआर मंजूर हो गई है। कैबिनेट की मंजूरी के लिए इसे भेज दिया है। कैबिनेट से मंजूरी के बाद केन्द्र सरकार की हरी झंडी मिलेगी। बजट में 200 करोड़ रुपये गोरखपुर समेत अन्य शहरों में मेट्रो संचालन के लिए मिला है। इस रकम से योजना को रफ्तार मिलेगी। 
अनुज सिंह, उपाध्यक्ष, जीडीए